Tag Archives: gazal

धीरे-धीरे जब आँगन में

धीरे-धीरे जब आँगन मेंयहाँ फैलता सूनापन।गीले-गीले नयनों सेहृदय नापता अपनापन।। अपनापन रातों का सच्चादिन का है दर्पण कच्चासच में दंभ यथा भरने सेमेरा खाली बर्तन अच्छाअच्छाई की बनी चाशनीमें पिघलाता मैलापन।गीले-गीले नयनों सेहृदय नापता अपनापन।। सागर की लहरों में भीगिरती … Continue reading

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मेरी पुस्तक का विमोचन

🌸🌺मेरी पुस्तक #मेरी_कविता_मेरे_भाव का #विमोचन Indian High Commission, London द्वारा भारत से बुलाए गए उच्च कोटि के कवि Rajesh Reddy, Sudeep Bhola, Arjun Sisodiya जी, Ashok Charan जी, keerti Mathur जी, Shabnam Ali, Sonroopa Vishal जी के कर कमलों से … Continue reading

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पितृदेव, श्राद्ध

बारह मास में एक पक्ष अब ऐसा आया है पितृदेव को तर्पण का फ़िर अवसर आया है जिनका हमें आशीष मिला बीते पूरे साल वे स्वयं यहाँ पधारे हैं करने को ख़ुशहाल हे अम्मा-बाबा नानी-नाना पुनः तुम्हें सादर नमन जो … Continue reading

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पुस्तक प्रकाशित – मेरी कविता मेरे भाव

https://www.amazon.in/dp/B07V7BSHL9?ref=myi_title_dp Hardcover– https://www.amazon.in/dp/B07V8G7PT9?ref=myi_title_dp पहली इक्यावन प्रतीयों के पैसे एक NGO ‘उत्साह’ को समर्पित है। कृपया इस लिंक से पढ़ें, पढ़ाएँ और बताएँ अपने अन्य मित्रों को।

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पापा, पिताजी

🙏 #पापा, #पिताजी 🙏 उनकी बातें अभी भी जवान हैं मेरे पिताजी में पूरा हिंदुस्तान है । कई बार हवाओं को बदला होगा बाबू जी ऐसी ही दास्तान हैं ।। पिताजी, बाबूजी, अब्बा, पापा … ये शब्द अपने आप में … Continue reading

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मित्र

कुछ पल को मित्र क्या दूर हुआ लाचार हुआ, बेकार हुआ नम आँखों से मन को धोया मन में कई बार विकार हुआ कोई हमसे यूँ रूठा था जैसे सपना कोई झूठा था ना रात नींद से बात हुई ना … Continue reading

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देख सुबह से शाम हो गई

देख सुबह से शाम हो गई भागती ज़िंदगी आम हो गई कुछ दूर चला फ़िर रुक गया आराम कर लूँ थोड़ा थक गया सुस्त क़दम और चलने से क्या सूने आसमान में उड़ने से क्या दो पल ही सही बात … Continue reading

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सुबह बिक रहा है शाम बिक रहा है

सुबह बिक रहा है शाम बिक रहा है दोस्ती में तू बदनाम दिख रहा है रिश्ता जो कुछ दिन रहा उत्सव-सा निपटने लगा सरेआम दिख रहा है वो तोहफ़े, वे चिट्ठियाँ और वो लिफ़ाफ़े टूटे मकान में दबा सामान दिख … Continue reading

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ईद की बधाई

ख़ुशबू रही हमेशा था रमज़ान का महीना बंदे करे इबादत दिल को बना मदीना चाँद भी चमक कर इफ़्तार कर रहा है त्योहार आ रहा है तैयार हो रहा है ख़ुशी का मौसम ख़ुदा की दुहाई ईद की फ़िज़ा है … Continue reading

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